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ویرایش:
نویسندگان: Sardar Patel
سری:
ناشر:
سال نشر: 2014
تعداد صفحات: 322
زبان: Hindi
فرمت فایل : PDF (درصورت درخواست کاربر به PDF، EPUB یا AZW3 تبدیل می شود)
حجم فایل: 2 مگابایت
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प्राक्कथन......Page 4
भूमिका......Page 6
बंबई सरकार द्वारा भारत सरकार को भेजे गए पत्र में यह इंगित किया गया है कि वल्लभ भाई ने सत्याग्रह प्रारंभ करने के लिए अपनी शिकायतें प्रारक्षित कर रखी हैं......Page 34
वल्लभभाई की गिरफ्तारी की परिस्थितियों के संबंध में बंबई की सरकार द्वारा भारत सरकार को भेजा गया स्पष्टीकरण......Page 36
जवाहरलाल महसूस करते हैं कि वल्लभभाई की गिरफ्तारी का अर्थ है—‘‘भारत अब स्वाधीनता की लड़ाई के बीचोबीच है’’......Page 37
सरदार वल्लभभाई पटेल से जेल में महादेव देसाई की बातचीत के कुछ अंश (10 मार्च, 1930)......Page 38
वल्लभभाई ने ब्रिटिश भारत और रियासतों में स्वाधीनता की लड़ाई की आवश्यकता पर जोर दिया25......Page 40
वल्लभभाई ने सांप्रदायिक आधार पर प्रतिनिधित्व के तर्क की निंदा की......Page 41
स्वतंत्रता संग्राम में मुसलमानों की भूमिका के लिए सरदार पटेल ने उनकी प्रशंसा की......Page 42
बंगाल की बिगड़ती हुई स्थिति के बारे में वल्लभभाई ने गांधीजी को लिखा......Page 43
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने सरदार पटेल की अध्यक्षता में ‘तिरंगे’ को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार किया।......Page 44
(II) राष्ट्रीय ध्वज......Page 45
सरदार पटेल ने परिषद् में प्रवेश संबंधी कांग्रेस के निर्णय का समर्थन किया, समाजवादियों की आलोचना करने से इनकार किया।......Page 47
सरदार पटेल ने बंबई के लोगों से कहा कि वे सरकार की चुनौती स्वीकार करें और कांग्रेस प्रत्याशियों को अत्यधिक बहुमत के साथ विधानसभा में भेजें......Page 48
भूलाभाई देसाई ने लोगों से आग्रह किया कि वे परिषदों के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों को चुनें, जैसाकि वल्लभभाई ने निवेदन किया है......Page 49
सरदार पटेल ने लोगों को सलाह दी कि कांग्रेस की नीतियों में परिवर्तन के कारण गैर-कानूनी गतिविधियों में संलिप्त न हों28......Page 50
स्वाधीनता प्राप्त करने के लिए वल्लभभाई ने लोगों को और अधिक त्याग करने के लिए प्रेरित किया......Page 52
वल्लभभाई का बालू भाई के नाम पत्र, जिसमें उन्होंने दृढ़ रहते हुए राजा की वर्षगाँठ पर आयोजित समारोहों में भाग न लेने के लिए कहा......Page 53
सरदार पटेल ने हिंदुओें को आश्वस्त किया कि कांग्रेस उनके हितों की रक्षा करेगी29......Page 54
सरदार पटेल ने पंजाबियों को सलाह दी कि वे सांप्रदायिक झगड़ों से बचें30......Page 55
शिलिडी डी.आई.जी. पुलिस, बंबई ने ब्रिस्टो, स्पेशल सेक्रेटरी, होम, बंबई को लिखा कि ‘पाला आर्थिक सहायता’ (फ्रॉस्ट रिलीफ) मुद्दे पर गुजरात के किसानों के बीच कांग्रेस की प्रतिष्ठा बढ़ रही है......Page 56
कांग्रेस संसदीय समिति के अध्यक्ष वल्लभभाई ने राष्ट्र से अपील की कि वे कांग्रेस प्रत्याशी को चुनें......Page 58
तमिलनाडु कांग्रेस में आंतरिक कलह से सरदार दुःखी हुए और उन्होंने स्वार्थी लोगों से पार्टी छोड़ने के लिए कहा......Page 59
सरदार पटेल ने सूरत के लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे कांग्रेस प्रत्याशियों को वोट दें; उन्होंने गांधीजी और नेहरू के बीच मतभेद की अफवाह का खंडन किया31......Page 60
मंत्रालयों के कामकाज में राज्यपालों के हस्तक्षेप पर खेद व्यक्त करते हुए सरदार पटेल का प्रस्ताव, जिसे कांग्रेस कार्यकारिणी समिति ने अनुमोदित किया था......Page 62
सरदार पटेल ने जिन्ना के इस आरोप का खंडन किया कि कांग्रेस शासन में मुसलमानों का दमन किया जा रहा है......Page 63
कांग्रेस मंत्रालयों के विरुद्ध जिन्ना के आधारहीन आरोपों पर वाइसराय और राज्यपालों की चुप्पी से सरदार पटेल कुपित थे......Page 65
मुसलिम लीग के द्वारा कांग्रेस मंत्रालयों के विरुद्ध लगाए गए आरोपों पर राज्यपालों की चुप्पी से सरदार पटेल अप्रसन्न......Page 67
सरदार पटेल ने जिन्ना के तुष्टीकरण की आलोचना करते हुए राजेंद्र बाबू को लिखा......Page 68
नेहरू के जिन्ना से मिलने पर सरदार पटेल अप्रसन्न।......Page 69
भावनगर में सरदार पटेल के जुलूस पर मुसलमान गुंडों का आक्रमण......Page 70
सरदार पटेल भावनगर में मुसलमान गुंडों के आक्रमण में मारे गए बच्चूभाई एवं नानाभाई की स्मृति में एक स्मारक बनवाने के पक्ष में थे32......Page 71
शोलापुर में दो मुसलमानों की हत्या के लिए जिम्मेदार आर्यसमाजियों के खिलाफ कड़ी काररवाई के लिए सरदार पटेल ने राजेंद्र बाबू को लिखा......Page 73
वल्लभभाई ने हर प्रकार की कठिनाइयों का सामना करने के लिए कांग्रेस की तैयारी का भरोसा दिलाया33......Page 74
वल्लभभाई महसूस करते हैं कि स्वतंत्र भारत युद्ध में ब्रिटेन का एक बेहतर साथी हो सकता है34......Page 75
वल्लभभाई अंग्रेजों और हिटलर दोनों को ही युद्ध35 के लिए जिम्मेदार मानते हैं......Page 76
वल्लभभाई ने ब्रिटिश सरकार को युद्ध के अपने उद्देश्यों को स्पष्ट न करने के लिए फटकार लगाई36......Page 78
युद्ध में अंग्रेजों को भारत का समर्थन देने हेतु सरदार पटेल ने पूर्ण स्वतंत्रता की माँग दुहराई......Page 79
36.......Page 80
अहिंसा में सरदार पटेल ने अपने विश्वास की पुनः पुष्टि एक सीमित क्षेत्र में की, आंतरिक या बाह्य आक्रमण का सामना करने के लिए नहीं......Page 81
युद्ध के बाद कांग्रेस सरकार के गठन के लिए सरदार पटेल आशावान् थे38......Page 82
सरदार पटेल ने गांधीजी के द्वारा अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए कहे जाने पर लक्ष्यों एवं उद्देश्यों की व्याख्या की39......Page 83
40.......Page 88
भारत छोड़ो आंदोलन के कार्यक्रमों और कार्य-प्रणाली पर सरदार पटेल के विचार41......Page 89
‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में शामिल होने के लिए सरदार पटेल की छात्रों से अपील......Page 92
सन् 1942 के आंदोलन में सरदार पटेल की भूमिका पर ‘लंदन टाइम्स’ की रिपोर्ट42......Page 96
सरदार पटेल के बारे में विकेंडॉन के विचार—फासिस्ट-विरोधी और भारत में ब्रिटिश शासन कायम रखने के कट्टर विरोधी43......Page 97
सरदार पटेल ने दृढ़तापूर्वक कहा कि पूर्ण स्वराज्य प्राप्त करना ही हमारा अंतिम लक्ष्य है44......Page 100
गृह-युद्ध या अराजकता फैलाने पर भी संघर्ष नहीं रुकेगा—वल्लभभाई45......Page 101
बंगाल में अकाल के लिए सरदार पटेल ने सरकार को फटकार लगाई और लोगों की उदासीनता के लिए अफसोस प्रकट किया......Page 102
48......Page 103
अंग्रेजों के जाने के बाद हिंदुओं और मुसलमानों को भारत के भाग्य का निर्णय करने दीजिए—वल्लभभाई46......Page 104
संसार की स्वतंत्रता के लिए भारत की स्वतंत्रता अनिवार्य है—वल्लभभाई।......Page 105
पटेल का जवाब जमशेद मेहता को, जो महसूस करते हैं कि जिन्ना ने मुसलमानों को गुमराह किया......Page 107
सरदार पटेल ने जिन्ना के द्विराष्ट्र के सिद्धांत को अर्थहीन बताते हुए उसका मजाक उड़ाया......Page 108
संलग्नक......Page 110
कैबिनेट शिष्टमंडल के प्रस्तावों पर सरदार पटेल के विचार......Page 112
संलग्नक......Page 113
सी. आर. रेड्डी को सरदार पटेल का पत्र......Page 115
संघ और सेना आदि के बारे में अंतिम अधिकार संविधान सभा में निहित होगा......Page 116
निहछलदास वजीरानी को सरदार का पत्र......Page 117
एक सुदृढ़ केंद्र की आवश्यकता पर शीतलवाड़ ने पटेल को पत्र लिखा......Page 118
60.......Page 119
सरदार पटेल देश के विभाजन के विरुद्ध......Page 120
मौलाना आजाद अंतरिम सरकार के लिए मुसलमान सदस्यों की सूची तैयार करने में देर कर रहे हैं......Page 121
अंतरिम सरकार में शामिल होने के लिए वाइसराय जिन्ना को पुनः आमंत्रित करना चाहते हैं, आजाद के कारण मुसलिम सदस्यों की सूची को अंतिम रूप देने में देर हो रही है—पटेल का पत्र गांधीजी के नाम......Page 122
नेहरू की असंयमित टिप्पणियों पर सरदार पटेल ने डी. पी. मिश्रा को पत्र लिखा......Page 124
शरत चंद्र बोस को सरदार पटेल का पत्र......Page 126
सरदार पटेल ने लोगों से आग्रह किया कि राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए भाई-भाई का कत्ल बंद कीजिए......Page 127
सांप्रदायिक दंगों के दौरान बंगाल के गवर्नर की निष्क्रियता की आलोचना करते हुए स्टैफोर्ड क्रिप्स को लिखा सरदार पटेल का पत्र......Page 130
स्टैफोर्ड क्रिप्स का पत्र सरदार पटेल के नाम......Page 132
सरदार पटेल ने लॉर्ड वावेल को लिखा कि वह नोआखाली में सांप्रदायिक हिंसा को शांत करने के लिए अपने विशेष अधिकारों का प्रयोग करें......Page 133
दमन अब भी जारी है......Page 134
कैबिनेट मिशन के प्रस्तावों पर संयुक्त विचार-विमर्श के लिए सरदार पटेल ने मुसलिम लीग को आमंत्रित किया......Page 135
फजलुल हक को अंतरिम सरकार में शामिल किए जाने के विरोध में नेहरू, पटेल और वाइसराय भी थे, जिसे मौलाना को स्वीकार करना पड़ा—पटेल का पत्र गांधीजी को......Page 138
सरदार पटेल ने लॉर्ड वावेल को लिखा कि गजनफर अली को अंतरिम सरकार में तब तक शामिल न करें, जब तक कि वह अपने भड़काऊ भाषण वापस नहीं ले लेते......Page 139
संलग्नक......Page 140
73.......Page 141
सरदार पटेल ने मुसलिम लीग की विलंबकारी चाल की आलोचना की। लंदन में हुई बातचीत के परिणाम चाहे कुछ भी हों, संविधान सभा की बैठक अवश्य होगी......Page 142
‘‘अपने आपको हिंसा या अहिंसा से बचाइए, परंतु भागिए नहीं’’—गुजरातियों को सरदार पटेल की सलाह......Page 145
स्टैफोर्ड क्रिप्स के नाम सरदार पटेल का पत्र......Page 146
सरदार पटेल वाइसराय के विचारों से असहमत थे कि अंतरिम सरकार में मुसलिम लीग के शामिल हो जाने से शांति स्थापित हो जाएगी......Page 148
गांधीजी द्वारा निर्मित स्वराज्य रूपी भवन की चार दीवारों पर सरदार पटेल के विचार......Page 150
सरदार पटेल विभाजित भारत के पुनः एकीकरण की भविष्यवाणी करते हैं......Page 151
राजनीतिक गतिरोध का एकमात्र समाधान वर्तमान केंद्र सरकार को सत्ता का हस्तांतरण है—सरदार पटेल......Page 153
सरदार पटेल ने सिक्खों से अपील की कि वे मुसलमानों पर आक्रमण न करें......Page 155
पंजाब के शरणार्थियों पर सरदार पटेल के विचार......Page 157
पंजाब में जनसंख्या की अदला-बदली पर सरदार पटेल के विचार......Page 159
सरदार पटेल ने भारत के विभाजन का एक अनिष्टकर अनिवार्यता के रूप में समर्थन किया73......Page 160
अंतरिम सरकार में मुसलिम लीग के रवए और मुसलमान सरकारी अधिकारियों के मुसलिम लीग के प्रति पक्षपातपूर्ण व्यवहार से भारत का विभाजन अनिवार्य हो गया : सरदार पटेल......Page 163
सरदार पटेल और नेहरू ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को देश के विभाजन या पूर्ण रुकावट का सामना करने से पहले समस्याओं को समझाया......Page 166
लीग, साम्यवादियों और समाजवादियों के द्वारा उत्पन्न की गई कठिनाइयों के बारे में सरदार का पत्र गांधीजी के नाम......Page 168
पं. नेहरू ने विभाजन स्वीकार किए जाने का समर्थन किया......Page 169
सरदार पटेल ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों के समक्ष 3 जून की योजना को स्वीकर करने के लिए तर्क प्रस्तुत किया......Page 171
सरदार पटेल ने अल्पसंख्यकों और मूल अधिकारों पर अपनी रपट दी, जिसे संविधान सभा के सभी वर्गों द्वारा बहुत सराहा गया......Page 174
सरदार पटेल ने बोजमैन को लिखा कि वह आशा करते हैं कि पाकिस्तान फिर वापस भारत में मिलेगा......Page 176
25 नवंबर, 1948 को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के विशेष दीक्षांत समारोह के अवसर पर सरदार पटेल ने युवाओं से कहा कि वे देश की सेवा करें......Page 177
भारत की आर्थिक स्थिति पर सरदार पटेल के विचार......Page 179
कश्मीर का एक इंच भी नहीं छोड़ा जाएगा : सरदार पटेल ने बंगाल के लोगों को विश्वास दिलाया......Page 180
सरदार पटेल ने मुसलमानों से अपील की कि वे भारत को अपनी देशभक्ति दें......Page 182
विभाजन के बाद भारत को समेकित करना हमारी पहली प्राथमिकता : सरदार पटेल......Page 185
सरदार पटेल के चौहत्तरवें जन्म-दिवस पर भारत का उपहार......Page 186
सौराष्ट्र के लोगों से सरदार पटेल ने अपील की कि वे इसे बगीचों का शहर बनाएँ......Page 188
सरदार पटेल ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वे हिंदुओं को पूर्वी बंगाल से न भगाएँ, अन्यथा उन्हें भीषण परिणाम भुगतने पड़ेंगे......Page 189
गांधीजी के उपवास पर सरदार पटेल के विचार......Page 191
सरदार पटेल ने देश के युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे भारत को सुदृढ़ और संयुक्त बनाएँ......Page 193
सरदार पटेल लोकतांत्रिक भारत में सभी धर्मों के संरक्षण के पक्षधर थे......Page 195
सरदार पटेल ने लोगों को सलाह दी कि वे एकता की भावना विकसित करें......Page 196
सरदार पटेल ने खूनी क्रांति के विरुद्ध लोगों को चेतावनी दी और हिंसा का सहारा लेनेवालों की निंदा की......Page 197
सरदार पटेल ने सांप्रदायिक अव्यवस्था को निष्पक्षतापूर्वक दबाने के लिए दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया......Page 198
दिल्ली के नागरिकों से शरणार्थियों की आवाजाही अवरोधित न करने हेतु सरदार पटेल का तर्क, आबादी की भारी अदला-बदली के लिए सहयोग की माँग करें......Page 199
सरदार पटेल ने सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा दिया, देश की स्थिति अत्यंत विश्वासवर्द्धक है, साम्यवादी शांतिपूर्वक अपनी विचारधारा का प्रचार करने के लिए स्वतंत्र हैं......Page 201
सरदार पटेल अनुसूचित जाति के लोगों के लिए केवल दस वर्षों तक के लिए सीटें आरक्षित करने के पक्षधर थे? मुसलमानों सहित अन्य समुदायों के लिए कोई आरक्षण नहीं......Page 202
भारत के आर्थिक पुनर्निर्माण में पूर्ण सहयोग के लिए सरदार पटेल ने लोगों से आग्रह किया......Page 203
भारत शांति के लिए तैयार है, परंतु युद्ध के लिए भी तैयार है : पाकिस्तान को सरदार पटेल की दृढ़ चेतावनी......Page 204
सरदार पटेल को विश्वास था कि कश्मीर समस्या का समाधान जल्द ही निकल आएगा......Page 205
लॉर्ड माउंटबेटन का प्रशंसा पत्र सरदार पटेल के नाम......Page 206
लॉर्ड माउंटबेटन को सरदार पटेल का पत्रोत्तर......Page 207
सरदार पटेल का पत्र स्टैफोर्ड क्रिप्स के नाम......Page 209
स्टैफोर्ड क्रिप्स का पत्रोत्तर सरदार पटेल के नाम......Page 210
सरदार पटेल का पत्र लॉर्ड इस्मे के नाम......Page 211
सरदार पटेल ने राष्ट्रीय एकता पर बल दिया......Page 213
सरदार पटेल ने बलवंत राय को लिखा—ब्रिटिश सरकार विभाजन जैसी अविवेकपूर्ण योजना को हम लोगों पर नहीं थोप सकती......Page 214
सरदार पटेल ने विभाजन पर बनर्जी के विचारों का समर्थन किया......Page 215
सरदार पटेल ने नेहरू और विभाजन पर अपने पत्राचार को प्रकाशित करने की अनुमति बनर्जी को दी......Page 216
सरदार पटेल ने संदूर के शासक द्वारा देश की एकता के प्रति उनकी दृढ़ता की सराहना करते हुए उन्हें पत्र लिखा......Page 217
सरदार पटेल ने कांग्रेस को यह समझाया कि इफ्तकारुद्दीन की पाकिस्तान की उनकी माँग ने उनके निष्कासन को प्रेरित किया......Page 218
संदर्भ......Page 219
Notes......Page 220